पृथ्वी की परतों को उजागर 

Scribbled Underline

  पृथ्वी की परतें: हमारे पैरों के नीचे छिपी दुनियायह परत सबसे बाहरी ठोस परत है, जो चट्टानों और खनिजों से बनी है। यह पृथ्वी की त्वचा की तरह है, और हम इसी पर रहते हैं!

 क्रस्ट:  क्रस्ट सबसे पतली परत है, जिसकी औसत मोटाई महाद्वीपों के नीचे लगभग 35 किलोमीटर (22 मील) और महासागरों के नीचे केवल 6 किलोमीटर (4 मील) है। यह बड़ी, कठोर प्लेटों में टूटा हुआ है जो समय के साथ धीरे-धीरे चलती हैं।

मेंटल  मेंटल सबसे मोटी परत है, जो ज्यादातर ठोस चट्टान से बनी होती है जो अत्यधिक गर्मी और दबाव में धीरे-धीरे बह सकती है। यह पृथ्वी की विशाल, गर्म मांसपेशियों की तरह है जो क्रस्टल प्लेटों को चलाती हैं।

मेंटल का उग्र कोर:  बाहरी कोर गर्म धातु, ज्यादातर लोहे और निकल की एक तरल परत है। यह पृथ्वी के लगातार घूमने वाले पिघले कोर की तरह है।

आंतरिक कोर: आंतरिक कोर आश्चर्यजनक रूप से ठोस है, भले ही यह अत्यधिक गर्मी और दबाव में हो। यह अत्यधिक दबाव के कारण एक विशाल, गर्म लोहे की गेंद की तरह है, न कि कम तापमान के कारण। वैज्ञानिकों का मानना है कि ठोस अवस्था अत्यधिक दबाव के कारण है, न कि कम तापमान के कारण।

 हम पृथ्वी की परतों की परवाह क्यों करते हैं? पृथ्वी की परतों को समझने से हमें भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, पहाड़ निर्माण और खनिज संसाधनों के वितरण जैसी भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं को समझने में मदद मिलती है।

महाद्वीप और महासागर:  क्रस्ट में टेक्टोनिक प्लेटों की गति लंबे समय में महाद्वीपों और महासागरों के फर्श को आकार देती है। यह गति मेंटल से ऊष्मा प्रवाह के कारण होती है।

 पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र: एक सुरक्षात्मक कवच  

follow for  more